- Devi Bhajan: Nanhe Nanhe Paon Mere
- Singer: Sonu Nigam
- Music Director: Amar Haldipur
- Lyricist: Naqsh Layalpuri
- Album: Tere Bhagya Ke Chamkenge Taare
- Music Label: T-series
Nanhe Nanhe Paon Mere Lyrics In Hindi
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
वैसे तो निकला था मैं आज अकेला
मिला मुझे राहों में दुनिया का मेला
भीड़ में सब के सब हैं तेरे दीवाने
मुझको तेरी धुन है ये कोई ना जाने
सब के मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
सब के मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
तू सबकी जीवन आशा है
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
ओ नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
तेरी लगन की मैया है यही कहानी
भूख लगी है मुझको ना पिया है पानी
धूप लगी है छाँव तेरी राहों में
थके ना मेरे पाँव तेरी राहों में
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
तू सबकी जीवन आशा है
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
ओ नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
नाम तेरा ले लेके मैं बढ़ता आया
रुके बिना पर्वत पे मैं चढ़ता आया
आ पहुँचा हूँ मैया मैं भवन पे तेरे
मिलके दूर ना होना नैनो से मेरे
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
सबके मन में माता तेरे दर्शन की अभिलाषा है
तू सबकी जीवन आशा है
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
जय तेरी माँ, जय तेरी माँ
ओ नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा
माँ फिर से पवन का तू रूप बना के
मुझे अपने द्वारे तू ले चल उड़ा के
नन्हे नन्हे पाँव मेरे ऊँचा पर्वत तेरा
देख कहीं मैं गिर ना जाऊँ हाथ पकड़ ले मेरा